डॉ विनीता रामनानी- नेत्र रोग विशेषज्ञ ,  बंसल हॉस्पिटल 

सर्दियों में आँखों की समस्याएं होना बेहद सामान्य है लेकिन ये आगे चलकर आँखों के गंभीर रोगों का कारण बन सकते हैं अतः इसे नजरअंदाज न करें ।  आईये जानें सर्दियों में आँखों की देखभाल एवं समस्याओं के बारे में---

1.सूखी आँख ( ड्राई आई ) और सामान्य जलन –
सर्दियों की हवा अधिक शुष्क होने से एवं कार या घर में हीटर के उपयोग से ड्राय आई सिंड्रोम जिसमे चुभन, आंखों में किरकरी एवं दर्द होता है।
2. आँखों से पानी निकलना: - 
ठंडी और शुष्क हवा के प्रभाव में आंखों से पानी निकलना आम बात हैं।
3. प्रकाश के प्रति संवेदनशीलता - धूप में एवं बर्फ़ीले पहाड़ों  से परावर्तित हो सूर्य की किरणें कॉर्निया को  नुकसान और “स्नो ब्लाइंडनेस” की वजह  होती है।
4. सनबर्न होना - आँखों में प्रकाश की किरणों के लिए संवेदनशीलता,चुभन एवं रूखेपन का अहसास ।
5. दृष्टि परिवर्तन - दोहरी दृष्टि और धुंधलापन
6.संक्रमण बढ़ना - वायरल कान्जक्टिवाईटिस- आंखों में चुभन, जलन, खुजली एवं लालिमा।
7.आँखें दर्द - आँखें पूरी तरह खुलने में दिक्कत होती है और खोलने पर दर्द एवं पलकों में ऐंठन और धुंधली दृष्टि का अनुभव होता है। 
8. आंखें भारी,सूजन और थकान,चमड़ी का फटना - अत्यधिक शुष्कता के कारण आँखों में सूखापन और ये सारी समस्याए हो सकती हैं ।
ठंड के मौसम में आँखों की देखभाल के लिए उपाय -

•    धूप के चश्मे पहनें - गॉगल और टोपी का इस्तेमाल करें। 
•    आँखें नम रखें - कृत्रिम आँसूओ के ड्रॉप्स,  आँखों के मलहम एवं ह्यूमिडिफायर का प्रयोग करें ।
•    संक्रमण से बचाव करें - बार-बार आँखों को न रगड़ें, सोने से पहले चेहरा धोएं और मेकअप को जरूर हटायें। व्यक्तिगत मेकअप एवं कांटेक्ट लेंस दूसरों के साथ साझा करने से बचें।  
इन्डोर एलर्जी से छुटकारा पाएं धूल मिट्टी, धुंए आदि से बचाव करें ।
•    हीटर से दूरी बनाकर रखें और गर्म हवा से बचें - 
आँखों पर गर्म हवा से के सीधे प्रवाह से बचें,  हेअर ड्रायर और कार के एयर वेंट को अपने चेहरे से दूर रखें ।
•    स्वस्थ आहार एवं पानी की अधिक मात्रा - 
ओमेगा -3 फैटी एसिड खाने में और  6-8 गिलास पानी जरूरी हैं ।
•    बार-बार पलकें झपकाएं -
 यह आँसुओं को पूरे नेत्र में फैलने में मदद करता है,  दूसरा धूल और अन्य एलर्जी को दूर करने में मदद करता है ।
•   बाहर के घंटे सीमित करें - आवश्यकता पड़ने पर ही बाहर जाएं कॉन्टैक्ट लेंस पहनने वाले लोग अधिक सावधानी बरतें।
•   गर्म सिकाई - वार्म कंप्रेस ( आँखों की गर्म सिकाई )सूखे कपड़े को गर्म कर आँखों को 2 से 5 मिनट के लिए हल्की गर्म सिकाई करें ।
•   किसी नेत्र चिकित्सक के पास जाएँ - यदि लालिमा, दर्द, खुजली और दृष्टि की समस्याएं अपेक्षा से अधिक समय तक बनी रहती हैं तो किसी नेत्र विशेषज्ञ से परामर्श लें कहीं विकार कॉर्निया में संक्रमण या  किसी बड़ी समस्या का संकेत तो नहीं अवश्य पता लगा लें । 
स्वयँ का एवं नेत्रों का सम्पूर्ण ख्याल रखें स्वस्थ्य रहें संयमित जीवन शैली अपनाएं ।