भोपाल के शौकिया गायक गायिकाओं ने सजाई गीतों की महफिल...
जिंदगी प्यार का गीत है...
पहली बार कुछ गायक आए मंच पर
भोपाल | भोपाल में दुष्यंत संग्रहालय के मंच पर कृष्णा मुक्ता कल्चरल और वेलफेयर सोसाइटी ने संगीत संध्या का आयोजन किया।
इस कार्यक्रम में भोपाल के अनेक शौकिया गायक गायिकाओं ने सहभागिता की। मुख्य अतिथि पुरुषोत्तम बुधवानी और भारती बुधवानी ने कलाकारों को प्रमाण पत्र प्रदान किए। आकाशवाणी भोपाल में रहीं वरिष्ठ उद्घोषिका और लेखिका जया आर्य ने भी गीत सुनाए । प्रतिभाशाली गायिका शालिनी भारसकरे ने
उषा खन्ना के संगीत से सजे गीत जिंदगी प्यार का गीत है... की शानदार प्रस्तुति दी।कार्यक्रम का संचालन मुक्ता चंदानी ने किया।
ग्लेशी आस्ट्रेलिया में डॉक्टर हैं,भारत प्रवास पर हैं।उन्होंने अपनी मां शाहनाज के साथ गीत गाया-रात के हमसफर... मो रफी और
आशा भोसले के गाए इस गीत की पेशकश पसंद की गई। अन्य गायकों में आर के खेरिया,राजेंद्र मालवीय, सुदाम नरवाडे ने फूलों की रानी ,बहारों की मलिका पेश किया। इसके अलावा अशोक पाठक, सुरेखा पारे और पद्माकर पारे ने सुमधुर गीत सुनाए।
अर्चना के गाए गीत सुन साहिबा सुन...प्यार की धुन...(राम तेरी गंगा मैली) से समापन हुआ।प्रेम रतन धन पायो...और मनवा लागे... गीत पर मुक्ता चंदानी का नृत्य पसंद किया गया। भगवान चंदानी ने आभार व्यक्त किया।बच्चों को पाठ्य सामग्री वितरित की गई।